नीतीश के नाराज विधायक- संयोग,साजिश या कोई सत्ता समीकरण!  

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Patna: बिहार जेडीयू में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. खबर है कि मंत्रीपद नहीं मिलने से जेडीयू के कुछ विधायक पार्टी से नाराज हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार, उपेन्द्र कुशवाहा भी पार्टी से इन दिनों नाराज चल रहे हैं. इधर सीएम नीतीश कुमार ने अपने नए मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 31 नए मंत्रियों को शामिल किया और इसी के साथ कलह कथा सामने आ रही है कि जेडीयू के 5 विधायकों ने नाराजगी के कारण शपथ ग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया.

संयोग, साजिश या कोई समीकरणएक जाति से ही हैं सभी विधायक ?

बिहार राजभवन में आयोजित समारोह में परबट्टा विधायक डॉ. संजीव कुमार, विधायक पंकज कुमार मिश्रा, बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार और मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह और केसरिया विधायक शालिनी मिश्रा शामिल नहीं हुए. इसको संयोग कहें या कोई सत्ता समीकरण, क्योंकि संयोग से ये सभी विधायक भूमिहार जाति के हैं. पांचों ने कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई है. हालांकि केसरिया विधायक शालिनी मिश्रा ने नाराजगी की खबर से इंकार किया है. ऐसे भी बिहार में भूमिहार जाति को बीजेपी का परम्परागत वोटर कहा जाता है.

बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की दिल्ली में हुई बैठक,35 सीटों पर जीत का दावा

बिहार में सत्ता से बाहर होते ही बीजेपी लगातार एक्शन मोड में है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक दिल्ली पार्टी मुख्यालय में हुई. नीतीश कुमार से अलग होने के बाद बीजेपी आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. इस बैठक पर बोलते हुए बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि, बिहार कोर कमेटी को बैठक नड्डा जी और शाह जी के साथ हुई. बिहार का नया गठबंधन जनता को धोखा देने वाला है और पिछले दरवाजा से लालू राज को लाने का प्रयास है. मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी चुनाव लडेगी और 35 से अधिक सीट जीतेंगे.

सीएम नीतीश के पास गृह तो तेजस्वी के पास स्वास्थ्य विभाग

उधर बिहार में नीतीश सरकार के मंगलवार को मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सरकार ने अब कामकाज संभाल लिया है. एनडीए सरकार से इस्तीफा दिए जाने के बाद बीजेपी अब सरकार से बाहर हो गई है. बीजेपी अब आरजेडी वाली पुरानी भूमिका यानी विपक्ष की भूमिका में होगी. सीएम नीतीश कुमार ने नए मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 31 नए मंत्रियों को शामिल किया. जिसमें प्रमुख सहयोगी राजद से 16 मंत्री शामिल हैं. मंत्रियों को पोर्टफोलियो बांटे जा चुके हैं. नीतीश कुमार की जेडीयू के पास वित्त और गृह विभाग आया है. जबकि डिप्टी सीएम तेजस्वी के पास स्वास्थ्य और तेज प्रताप के पास वन एवं पर्यावरण मंत्रालय आया है.

राजद-16, जदयू-11, कांग्रेस से 2 मंत्रिपरिषद में शामिल

गौरतलब है कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू से मंत्रिपरिषद में 11, राजद-16, कांग्रेस से 2 और एक पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की हम से, एक निर्दलीय से हैं. सबसे ज्यादा 16 मंत्री राजद से बनाए गए हैं. तीन मंत्रियों में महिला शीला कुमारी और लेशी सिंह (दोनों जदयू) और अनीता देवी (राजद) हैं. राजद के कुल 7 यादव हैं, जिनमें लालू प्रसाद के 2 बेटों के अलावा जद (यू) के बिजेंद्र यादव शामिल हैं.

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