बाबा को Y कैटेगरी की सुरक्षा- 26 मई से गुजरात दरबार, हाईकोर्ट का तत्काल सुनवाई से इंकार

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मशहूर कथावाचक बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उन्हें Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है. केंद्र सरकार की तरफ से इसे मंजूरी मिल गई है. कुछ समय पहले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को जान से मारने की भी धमकी मिली थी. वाई सिक्योरिटी में एक या दो कमांडो होते हैं. पुलिसकर्मियों सहित इस सुरक्षा घेरे में आठ जवान शामिल होते हैं.
मिली थी जान से मारने की धमकी
गौरतलब है कि बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को कुछ महीने पहले परिवार समेत जान से मारने की धमकी मिली थी. एक अमर सिंह नाम के शख्स ने धीरेंद्र शास्त्री के चाचा के बेटे को धमकीभरा फोन किया था. कॉलर ने कहा था, “धीरेंद्र शास्त्री की परिवार सहित तेरहवीं की तैयारी कर लो.” इस फोन के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली.
गुजरात में लगेगा बाबा का दरबार, हाईकोर्ट का तत्काल सुनवाई से इंकार
गुजरात में बाबा धीरेन्द्र शास्त्री का कार्यक्रम होनवाला है. गुजरात हाईकोर्ट ने बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के आगामी कार्यक्रमों को लेकर पुलिस को निर्देश देने की मांग वाली जनहित याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है. याचिकाकर्ता ने गुजरात हाई कोर्ट से मांग की थी कि धीरेंद्र शास्त्री के आगामी कार्यक्रमों के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने वाली कोई गतिविधि न हो, इसे लेकर पुलिस को निर्देश दिए जाए. जिसपर हाईकोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया. बाबा धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार कार्यक्रम 26 मई से शुरू होने वाले हैं. याचिकाकर्ता अधिवक्ता केआर कोष्टी ने अदालत को बताया कि, धीरेंद्र शास्त्री का दरबार गुजरात के 4 शहरों सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा और राजकोट में 26 मई से 7 जून के बीच निर्धारित है.
क्या है याचिकाकर्ता का तर्क?
याचिकाकर्ता ने गुजरात हाईकोर्ट से भड़काऊ और नफरती बयानबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की, जो राज्य में नफरत फैलाने वाले भाषणों के माध्यम से समुदायों के बीच सांप्रदायिक तनाव पैदा करना चाहते हैं. याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि राजस्थान के उदयपुर में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कथित अभद्र भाषा को लेकर मामला दर्ज किया गया है। साथ ही मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार में उनके कार्यक्रमों के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी थी.