Moga: महीनों की मशक्कत के बाद खालिस्तान समर्थक, वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह को मोगा पुलिस ने गुरुद्वारा से गिरफ्तार कर लिया गया है. पंजाब पुलिस अमृतपाल को कई पिछले 36 दिनों से तलाश कर रही थी. देश के कई हिस्सों में तलाशी की गई तथा रेड किया गया लेकिन शातिर अमृतपाल आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया. इसके पहले उसने भी अपने समर्पण को लेकर कई बार संदेश भेजे लेकिन वह अब तक गिरफ्त से बाहर रहा. अमृतपाल ने मोगा के गांव रोड़े में सरेंडर किया जो जरनैल सिंह भिंडरावाला का पैतृक गांव है. अमृतपाल सिंह को बठिंडा से एयरलिफ्ट कर डिब्रूगढ़ जेल लाया जा रहा है. इसी जेल में उसका खास सहयोगी पप्पलप्रीत इसी जेल में बंद है.
असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा जाएगा अमृतपाल
इसके पहले अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर को 20 अप्रैल को विदेश जाने से एयरपोर्ट पर रोक दिया था तथा गहन पुछताछ की थी. खबर के मुताबिक, अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जल में रखा जाएगा. पंजाब पुलिस पहले ही खालिस्तान समर्थक के खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगा चुकी है. अमृतपाल 18 मार्च से फरार चल रहा था तथा भेष बदल-बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था. इस बीच पुलिस ने उसके और उसके सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी थी. पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल सिंह और उनके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के सदस्यों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी जिसमें इसके कई सहयोगी गिरफ्तार किए गए हैं. गिरफ्तारी के बाद अमृतपाल के गांव जल्लूपुर खेड़ा में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है.साथ में पुरे पंजाब में सुरक्षा को लेकर एलर्ट है.