Delhi: दिल्ली पुलिस ने एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड का खुलासा किया. प्यार में ऐसा खौफनाक अंजाम श्रद्दा-आफताब की ये हेट स्टोरी किसी की भी कल्पना से परे हैं. जिस प्रेमिका ने अपने प्यार पर एतबार कर जिसके लिए घर-द्वार, मां- बाप को छोड़ दिया वो इतना बेरहम कातिल निकलेगा श्रद्दा तो क्या संसार का कोई भी प्रेमी इसकी कल्पना नहीं कर सकता. दिल्ली के श्रद्धा वाकर हत्याकांड ने 12 साल पहले दून के अनुपमा गुलाटी हत्याकांड की यादें ताजा कर दी. वर्ष 2010 में दून की वादियों में प्रेम विवाह का ऐसा अंजाम हुआ कि हर सुनने और देखने वाले की रूह कांप गई. पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी ने झगड़ा होने के बाद अपनी पत्नी अनुपमा गुलाटी को मौत के घाट उतार दिया था. इसके बाद शव के 72 टुकड़े कर दिए थे. अनुपमा अपने पति राजेश गुलाटी के साथ देहरादून के कैंट क्षेत्र के प्रकाश नगर में रहती थीं. बहरहाल, राजेश गुलाटी आजीवन कारावास की सजा काट रहा है.
मौत के घाट उतारने के बाद कैसे किए 35 टुकड़े?
पुलिस की मानें तो आरोपी आफताब ने श्रद्धा को बेरहमी से मौत के घाट उतारा उसके 35 टुकड़े अलग-अलग जगह पर जंगल में फेंक दिया.18 मई यानी करीब 6 महीने पहले लिव इन पार्टनर आफताब ने अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी. पहले तो हैवान प्रेमी द्वारा श्रद्दा के शव को आरी से काटा गया, नया फ्रिज लाया गया ताकि लाश के टूकड़े उसमें रख सके और फिर लाश की बदबू दबाने के लिए अगरबत्ती सुलगाता रहा. पुलिस के मुताबिक, आफताब ने शव के टुकड़े करने के लिए आरी का इस्तेमाल किया. उसने पहले उसके हाथों के तीन टुकड़े किए. इसके बाद पैर के भी तीन टुकड़े किए. इसके बाद हैवान आफताब 18 दिन तक रोज रात 2 बजे उठता और शव के टुकड़े जंगल में फेंक आता था. यह सिलसिला 18 दिन तक चलता रहा. इतना ही नहीं, दरिंदे ने सबूत मिटाने के लिए गूगल पर खून साफ करने का तरीका भी सर्च किया.
कातिल ने क्राइम शो,‘डेक्स्टर’ से किया कत्ल का प्लान
सूत्रों की मानें तो, कातिल आफताब अमीन पूनावाला ने अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर से कत्ल का प्लान किया. आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है. पूरे मामले पर सूत्रों ने पुलिस के हवाले से बताया है कि, आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे, इसके बाद ही उसने श्रद्धा का मर्डर किया और आरी से काटकर उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए. डेक्स्टर एक अमेरिकी क्राइम ड्रामा और साइकोलॉजिकल थ्रिलर शो है, जो 2006 से 2013 के बीच ऑनएयर हुआ था. इसके 8 सीजन हैं, इस शो का मुख्य किरदार डेक्स्टर मॉर्गन दिन में पुलिस के लिए फोरेंसिक टेक्नीशियन के तौर पर काम करता है, जबकि रात को वह सीरियल किलर के तौर पर उन अपराधियों का मर्डर करता है जिन्होंने बर्बर अपराध किए, लेकिन कानून ने उन्हें सही सजा नहीं दी. हैवान ने अपने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या के बाद खून साफ करने का तरीका जानने के लिए गूगल किया था.
कौन थी श्रद्धा और कौन है आफताब?
26 साल की श्रद्धा मुंबई के मलाड की रहने वाली थी. यहां वह एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी. दक्षिण जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि, श्रद्धा मलाड़, मुंबई में रहती थी और आफताब भी मुंबई का रहने वाला है. 2019 में मुंबई के एक कॉलसेंटर में काम करने के दौरान श्रद्धा की आफताब से मुलाकात हुई. दोनों एक डेटिंग ऐप के जरिए मिले थे. वहीं आफताब अमीन फूड ब्लॉगर है. इंस्टाग्राम पर उसका पर्सनल अकाउंट thehungrychokro के नाम से है, जबकि उसका फूड ब्लॉग इंस्टाग्राम पर thehungrychokro_escapades नाम से है. अपने पर्सनल ब्लॉग पर उसने आखिरी फोटो 3 मार्च 2019 को पोस्ट किया था. अपने फूड ब्लॉग से उसने आखिरी फोटो 2 फरवरी को पोस्ट किया था. श्रद्धा के पिता ने पुलिस को जानकारी दी है कि, वह महाराष्ट्र के पालघर में रहते हैं. उनकी 26 साल की बेटी श्रद्धा मुंबई के मलाड में एक कॉल सेंटर में काम करती थी जहां उसकी आफताब से मुलाकात हुई. दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई, दोनों लिव-इन में रहने लगे. जब दोनों के प्रेम प्रसंग की जानकारी परिजनों को लगी तो उन्होंने विरोध किया इसके बाद दोनों अचानक मुंबई छोड़ दिल्ली में आकर रहने लगे.
कैसे हुआ मर्डर, क्या संदेह में गई श्रद्धा की जान?
सुत्रों के मुताबिक, जांच से जो तथ्य सामने आ रहे हैं उसके अनुसार दोनों में कुछ समय बाद ही झगड़ा शुरू हो गया. वजह एक-दूसरे पर संदेह बताया जा रहा है. खबर के मुताबिक, इस कारण दोनों में झगड़ा होता रहता था. इसके लिए बाहर घूमने का भी प्लान बनाया इन्हें लगा कि वह बाहर घूमने जाएंगे तो सब ठीक हो जाएगा. दोनों हिमाचल में घूमने के बाद फिर दिल्ली आ गए. 18 मई को इनमें झगड़ा हो गया और आफताब ने एक हाथ से श्रद्धा का मुंह दबाया. जब श्रद्धा चिल्लाने लगी तो आरोपी ने दूसरे हाथ से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी.इसके बाद उसने शव को बाथरूम में रखा और फिर इसे ठिकाने लगाने के प्लान में जूट गया.
कैसे किया दोस्तों ने खुलासा ?
श्रद्धा अपने क्लासमेट लक्ष्मण से कॉन्टैक्ट में थी.लक्ष्मण ही श्रद्धा के पिता विकास मदन वॉकर को जानकारी देता था.जब श्रद्धा ने कई दिन तक लक्ष्मण का फोन नहीं उठाया तो उसने श्रद्धा के पिता को जानकारी दी. इस पर पिता ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी कोई अपडेट नहीं मिल रही है.विकास बेटी का हालचाल जानने 8 नवंबर को दिल्ली पहुंचे जब वे उसके घर पहुंचे तो ताला लगा था. उन्होंने महरौली पुलिस में बेटी के अगवा होने की शिकायत की. महाराष्ट्र के पालघर में रहने वाले श्रद्धा के दोस्त रजत शुक्ला ने बताया कि वो दोनों 2018 से रिलेशनशिप में थे. शुरुआत में दोनों खुशी-खुशी रहते थे, फिर श्रद्धा ने बताया कि आफताब उसे मारता-पीटता है. वह उसे छोड़ना चाहती थी लेकिन वो ऐसा नहीं कर सकी. वहीं श्रद्धा के दूसरे दोस्त लक्ष्मण ने बताया कि, मैं जुलाई से ही श्रद्धा को लेकर चिंतित था क्योंकि उसकी तरफ से मुझे मैसेज का कोई जवाब नहीं आ रहा था उसका फोन भी बंद था. उसके अन्य दोस्तों से उसके बारे में पूछताछ करने के बाद, मैंने उसके भाई को सूचित किया और हमने पुलिस से संपर्क किया.
गिरफ्तार शैतान को 5 दिन की पुलिस रिमांड
दिल्ली पुलिस ने मुंबई निवासी आफताब अमीन पूनावाला (28) को श्रद्धा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. उसे मृतका के पिता की शिकायत के आधार पर शनिवार को पकड़ा गया और उसे पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर (59) ने आठ नवंबर को अपनी बेटी के अपहरण का मामला दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराया था. महरौली पुलिस ने आफताब को कोर्ट में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है, ताकि श्रद्धा के शव के टुकड़ों को ढूंढा जा सके और पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके. पुलिस को सोमवार शाम कर श्रृद्धा के शव के करीब 13 टुकड़े मिल गए है. सभी टुकड़े हड्डियों मे रूप में मिल रहे हैं. शव के टुकड़े गल गए और जानवरों ने नोंच लिया है. आरोपी ने जहां शव के टुकड़े फेंके वहां से काफी दूरी पर मिल रहे हैं.
सोशल मीडिया पर फांसी की मांग
अब श्रद्धा के कातिल के लिए सोशल मीडिया फांसी की मांग उठ रही है. पूर्व डीजीपी आरके विज ने लिखा कि ऐसे लोग मानसिक तौर पर बीमार होते हैं. पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने कमेंट किया कि काश। कोई तरीका होता कि, प्रेम की आड़ में वहशियाना खेल खेलने वाले दरिंदों को पहचाना जा सकता. काश. परी फाउंडेशन की अध्यक्ष योगिता भयाना ने इस मसले पर लिखा कि, ऐसे दरिंदे, भेड़िए समाज के लिए खतरा है. इस आफताब को कड़ी से कड़ी सजा सीधे फांसी हो. इस मसले पर ज्यादातर सोशल मीडिया यूजर्स आरोपी आफताब की फांसी की मांग कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा है कि 6 महीने पहले दिल्ली में किसी लड़की का मर्डर हो जाता है और पुलिस को पता भी नहीं चल पाता.