कांग्रेस आज से भारत जोड़ो यात्रा शुरू कर रही है. सांसद राहुल गांधी कन्याकुमारी से शुरू हो रही पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा से पहले मंगलवार रात चेन्नई पहुंच गए. कांग्रेस कन्याकुमारी में एक मेगा रैली में अपनी 3,570 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करेगी. भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की समाधि पर प्रार्थना सभा में हिस्सा लेंगे. इसके बाद वह कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौजूद रहेंगे. यहां राहुल को खादी का राष्ट्रीय ध्वज सौंपा जाएगा.
यात्रा का उद्देश्य महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा
महात्मा गांधी मंडपम में कार्यक्रम के बाद जहां स्टालिन मौजूद रहेंगे, राहुल गांधी अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ सार्वजनिक रैली के स्थान पर जाएंगे जहां यात्रा औपचारिक रूप से शुरू की जाएगी. एक वीडियो संदेश में प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोगों से जहां भी संभव हो यात्रा में शामिल होने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि यात्रा की जरूरत है क्योंकि देश में नकारात्मक राजनीति की जा रही है और लोगों के वास्तविक मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य महंगाई और बेरोजगारी जैसे लोगों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है.
12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करेगी यात्रा
कन्याकुमारी से श्रीनगर तक की 3,570 किलोमीटर की यात्रा, जो लगभग 5 महीनों में 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करेगी. दरअसल 8 सितंबर को सुबह 7 बजे से यात्रा शुरू होगी जब राहुल गांधी और कई अन्य कांग्रेस नेता मार्च शुरू करेंगे. यात्रा के शुभारंभ से पहले राहुल गांधी कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर स्टैच्यू और कामराज मेमोरियल भी जाएंगे.
दो बैच में चलेगी पदयात्रा, राहुल समेत कई बड़े नेता होंगे शामिल
कांग्रेस की यह पदयात्रा दो बैचों में चलेगी, एक सुबह 7 से 10:30 बजे से और दूसरी दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक। जहां सुबह के सत्र में कम संख्या में प्रतिभागी शामिल होंगे, वहीं शाम के सत्र में सामूहिक लामबंदी होगी. औसतन रोजाना लगभग 22-23 किमी चलने की योजना है. कांग्रेस ने दावा किया है कि, कश्मीर से कन्याकुमारी तक की उसकी यात्रा किसी भी तरह से ‘मन की बात’ नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोगों की चिंताएं और मांगें दिल्ली तक पहुंचें. पार्टी ने राहुल गांधी सहित 119 नेताओं को ‘भारत यात्रियों’ के रूप में वर्गीकृत किया है, जो कन्याकुमारी से श्रीनगर तक पूरी दूरी तय करेंगे.