मशहूर लेखक सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमला

New York: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में जाने-माने बुकर पुरस्कार से सम्मानित भारतीय मूल के मशहूर अंग्रेजी लेखक सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमला हुआ. सलमान रुश्दी पर एक कार्यक्रम के दौरान चाकू से वार किया गया. इस दौरान रुश्दी के गर्दन से काफी खून निकला. रुश्दी पर उस समय हमला किया गया, जब वे पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान अपना व्याख्यान शुरू करने वाले थे. तभी एक व्यक्ति मंच पर चढ़ा और रुश्दी को घूंसों से वार करने लगा. इसके बाद उसने चाकू से उनपर हमला कर दिया.

कौन है हमलावर-जांच शुरू

जानकारी के मुताबिक, अस्पताल में रुश्दी की सर्जरी की जा रही है. वहीं हमलावर की पहचान न्यू जर्सी के 24 वर्षीय हादी मटर के तौर पर की है. न्यूयॉर्क राज्य पुलिस ने कहा कि मौके पर से एक बैग और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले हैं. मामले की जांच शुरुआती चरण में हैं.एफबीआई के सदस्य भी जांच में शामिल है.

अभी जीवित हैं रुश्दी: गवर्नर
हमला के तुरंत बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया.  हालत के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है. खबर के मुताबिक उन्हे अभी वेंटिलेटर पर रखा गया है.  न्यूयॉर्क राज्य की गर्वनर कैछी होचुल ने कहा, ”रुश्दी अभी जीवित हैं. उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है. रुश्दी को एयरलिफ्ट किया गया है. इवेंट मॉडरेटर पर भी हमला किया गया था, उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.”
किताब सैटेनिक वर्सेस को लेकर विवादों में रहे
सलमान रुश्दी भारतीय मूल के अंग्रेजी लेखक हैं.1980 के दशक में अपनी एक किताब सैटेनिक वर्सेस को लेकर विवादों में आ गए थे. इस किताब को लेकर मुस्लिम समाज में काफी आक्रोश था, एक धार्मिक नेता ने उनकी हत्या करने को लेकर फतवा भी जारी किया था.
तसलीमा नसरीन घटना से स्तब्ध 
जानी मानी लेखिका तसलीमा नसरीन ने  कहा कि, मैं सचमुच स्तब्ध हूं, मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा.वह पश्चिम में रह रहे हैं और 1989 से उन्हें सुरक्षा दी जा रही है यदि उन पर हमला हो जाता है, तो इस्लाम की आलोचना करने वाले किसी भी व्यक्ति पर हमला किया जा सकता है. मैं चिंतित हूं.
Mumbai में हुआ जन्म 
सलमान रुश्दी का जन्म 19 जून 1947 को मुंबई में एक कश्मीरी मुस्लिम परिवार में हुआ था.सैटेनिक वर्सेस और मिडनाइट चिल्ड्रेन जैसी किताबें लिखकर चर्चा में आए रुश्दी को बुकर पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.