Jaipur: राजस्थान पुलिस की स्पेशल ब्रांच ‘स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप’ (SOG) ने एक प्रमुख ऑनलाइन कंपनी के ग्राहकों का डाटा चुराकर उससे पैसे ऐंठने के आरोप में एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने वेबसाइट हैक कर 15 लाख महिलाओं का पर्सनल डेटा चुरा लिया. इसमें उनके मोबाइल नंबर, एड्रेस, जन्मतिथि, ईमेल आईडी और अंडरगारमेंट की साइज तक शामिल है. ये डेटा केवल जयपुर, जोधपुर या राजस्थान की महिलाओं का नहीं बल्कि देशभर का है. खबर के मुताबिक, आरोपी ने कंपनी से पैसे ऐंठने के लिए सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश की. कंपनी के अधिकारियों द्वारा पुलिस मुख्यालय में शिकायत दर्ज करवाने के बाद 30 मई को SOG ने आरोपी को गिरफ्तार किया था. आरोपी को शनिवार को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
कंपनी से पैसे ऐंठने के लिए की सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक खबर है कि, गिरफ्तार आरोपी उदयपुर निवासी आरोपी संजय सोनी (36) ने महिलाओं के अंत:वस्त्र बेचने वाली एक ऑनलाइन कंपनी के ग्राहकों के डाटा में सेंध लगाई. इस कंपनी की देश भर में 92 लाख महिलाएं ऑनलाइन ग्राहक हैं. 24 अप्रैल को कंपनी के ऑफिशियल मेल आईडी पर एक शख्स ने मेल कर बताया कि उसने हमारे कंपनी सर्वर को हैक करके 92 लाख महिला ग्राहकों में से 15 लाख का डेटा चोरी कर लिया है.कंपनी से पैसे ऐंठने के लिए मामले को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की. जिसमें आरोप लगाया गया कि हिंदू महिलाओं से संबंधित डेटा को ‘‘लव जिहाद’’ और धर्म परिवर्तन के लिए बेचा जा रहा था.
आरोपी के खिलाफ बेंगलुरु, मुंबई, लखनऊ और उदयपुर में पांच और मामले दर्ज
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस एंड एसओजी) अशोक राठौड़ के मुताबिक, ‘आरोपी ने छेड़छाड़ किए गए डाटा को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देने के अलावा कंपनी को ब्लैकमेल किया.’’ मामले की जांच अधिकारी पुलिस निरीक्षक पूनम चौधरी ने बताया कि आरोपी ने 1500 डॉलर का सौदा किया और अपने बैंक खाते में 1000 डॉलर प्राप्त किए. उसने कहा कि आरोपी के खिलाफ बेंगलुरु, मुंबई, लखनऊ और उदयपुर में पांच और मामले दर्ज हैं.पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईटी अधिनियम की धारा 66 और भारतीय दंड संहिता की धारा 295ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) और 153ए (दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया है.