आतिशी ने संभाली दिल्ली की सत्ता

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दिल्ली: आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने दिल्ली की सत्ता संभाल ली. सीएम पद की शपथ लेनेवाली राष्ट्रीय राजधानी में सभी तीन महिलाओं में सबसे कम उम्र की हैं. वह स्वतंत्र भारत में मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होने वाली 17वीं महिला भी बन गयी हैं. वैसे वरिष्ठ आप नेता आतिशी का मुख्यमंत्री के रूप में संक्षिप्त कार्यकाल होगा क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव फरवरी में होने वाले हैं.

केजरीवाल ने सीएम पद के लिए नाम प्रस्तावित किया था

पहली बार की विधायक आतिशी पार्टी का एक बड़ी चेहरा हैं और उन्होंने आबकारी नीति मामले के सिलसिले में अरविंद केजरीवाल के तिहाड़ जेल में रहने के दौरान आप का कामकाज संभाला. केजरीवाल ने कालकाजी से विधायक आतिशी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया था. उससे पहले केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था.

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली थी जीत

साल 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी के टिकट पर कालकाजी क्षेत्र से चुनाव जीता और बीजेपी प्रत्याशी को 11 हजार से अधिक मतों से मात दी. पार्टी में आतिशी के बढ़ते सियासी कद का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2020 के चुनाव के बाद उन्हें आम आदमी पार्टी की गोवा इकाई का प्रभारी बनाया गया और अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से उन्हें अपने सबसे भरोसेमंद सिपहसालार की जगह दी है. उन्होंने जुलाई 2015 से अप्रैल 2018 तक दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया के सलाहकार के तौर पर काम किया और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए कई योजनाओं पर काम किया

आतिशी की शिक्षा

आतिशी की शिक्षा की बात करें तो उनकी स्कूली शिक्षा नई दिल्ली के पूसा रोड स्थित स्प्रिंगडेल्स स्कूल में हुई. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से साल 2001 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद आगे की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से की. पढ़ाई पूरी करके भारत लौटने के बाद आतिशी ने आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में कुछ समय तक काम किया और एक गैर-सरकारी संगठन संभावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी के साथ भी जुड़ी रहीं.

दिल्ली की सबसे कम उम्र की सीएम

भाजपा की सुषमा स्वराज और कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद आतिशी (43)दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं. वह दिल्ली की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री हैं.दीक्षित ने जब मुख्यमंत्री का पदभार संभाला था तब वह 60 साल की थीं. सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के समय 46 साल की थीं.
वैसे आतिशी फिलहाल देश में दूसरी महिला मुख्यमंत्री हैं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी मुख्यमंत्री हैं.

भारत के इतिहास में सभी महिला मुख्यमंत्रियों की सूची:

  • सुचेता कृपलानी: स्वतंत्र भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री, कृपलानी ने 1963 से 1967 तक उत्तर प्रदेश में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व किया.
  • नंदिनी सत्पथी: किसी भारतीय राज्य की दूसरी महिला मुख्यमंत्री। इन कांग्रेस नेता ने 1972 से 1976 तक ओडिशा का शासन संभाला था. उनका कार्यकाल 1975 में आपातकाल की घोषणा समकालीन था.
  • शशिकला काकोडकर: महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी की नेता काकोडकर1973 से 1979 तक दो बार गोवा, दमन और दीव के केंद्र शासित प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं। गोवा को 1987 में राज्य का दर्जा मिला, जबकि दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश बना रहा।
  • अनवरा तैमूर: किसी भारतीय राज्य की पहली मुस्लिम महिला मुख्यमंत्री, उन्होंने 1980 से 1981 तक असम में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व किया।
  • वी एन जानकी रामचंद्रन: अभिनेत्री से नेता बनीं वी एन जानकी रामचंद्रन तमिलनाडु की पहली महिला मुख्यमंत्री होने के अलावा भारत में यह पद संभालने वाली पहली फिल्म कलाकार भी थीं। अपने पति एम जी रामचंद्रन की मृत्यु के बाद 1988 में वह 23 दिनों तक मुख्यमंत्री रहीं।
  • जे जयललिता: अभिनय से राजनीति में कदम रखने वालीं अन्य अभिनेत्री, जयललिता ने छह कार्यकालों में 14 वर्षों से अधिक समय तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
  • मायावती: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो ने कुल मिलाकर सात वर्षों तक चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
  • राजिंदर कौर भट्टल: पंजाब की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री के रूप में इन कांग्रेस नेता का कार्यकाल 1996 से 1997 तक रहा।
  • राबड़ी देवी: 1997 में अपने पति लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद सत्ता की बागडोर संभालने वाली वह बिहार की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं।
  • सुषमा स्वराज: दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री के तौर पर इन भाजपा नेता का 1998 में 52 दिनों का संक्षिप्त कार्यकाल था।
  • शीला दीक्षित: दिल्ली की सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाली वरिष्ठ कांग्रेस नेता नेता । वह 1998 से 2013 तक 15 वर्षों तक इस पद पर रहीं।
  • उमा भारती: राम जन्मभूमि आंदोलन की नेता, वह 2003 से 2004 तक मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं।
  • वसुंधरा राजे: ग्वालियर के महाराजा विजयाराजे सिंधिया-शिंदे और जीवाजीराव सिंधिया-शिंदे की बेटी, उन्होंने 10 साल तक राजस्थान की मुख्यमंत्री के रूप में शासन किया।
  • ममता बनर्जी: पश्चिम बंगाल की मौजूदा मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो 2011 में सत्ता संभालने के बाद से लगातार तीसरे कार्यकाल में हैं।
  • आनंदीबेन पटेल: गुजरात की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री, उन्होंने नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पदभार संभाला। उनका कार्यकाल 2014 से 2016 तक रहा।
  • महबूबा मुफ़्ती: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं। वह तत्कालीन राज्य की अंतिम मुख्यमंत्री भी थीं।

अतिशी  के ससुराल में खुशी का माहौल

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी का ससुराल मिर्जापुर के मझवा विधानसभा क्षेत्र में है. आतिशी की शादी  बीएचयू के पूर्व वाइस चांसलर प्रो पंजाब सिंह के इकलौते बेटे आईआईटियन प्रवीण सिंह से 2006 में हुई थी.जो यूपी में मझवा विधानसभा क्षेत्र के अंनतपुर गांव के रहने वाले हैं. अतीशी मार्लेना के सीएम बनने के बाद गांव में खुशी का माहौल है.

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